धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
Shiv Chalisa can be a “forty verse” prayer which praises the Lord and asks for his help in removing hardships and obstructions in devotee’s life.
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई।
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
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श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान ।
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
स्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल shiv chalisa lyricsl पाहीं॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र